तपेश जैन
'वाह उस्ताद नहीं, वाह ताज कहिए हुजूर मशहूर तबलावादक जाकिर हुसैन जब यह कहते हैं तो वे हिन्दुस्तान लीवर के ब्रुकब्रांड ताजमहल चाय का प्रचार करते हैं। पहले सिनेमाघरों में लिप्टन टाइगर चाय का विज्ञापन भी लोगों का ध्यान आकर्षित करता था। इन दोनों विज्ञापनों से हटकर बात करें तो चाय आज शिष्टाचार का माध्यम बन गया है। चाय के साथ मेहमानं का स्वागत परंपरा बन गई है। आज ऐसा घर ढूंढऩा मुश्किल है, जहां चाय न बनती हो। हर उम्र, वर्ग के लोग इसके दीवाने हैं। दूधवाली चाय के साथ अब नींबू वाली काली चाय और टी बैग का चलन धीरे-धीरे बढ़ रहा है। एक कप चाय के लिए बने टी बैग को ï'डीप-डीपÓ के विज्ञापन के चलते डीप-डीप चाय कहा जाने लगा है, जैसे वनस्पति घी कभी डालडा ब्रांड के नेम की वजह से जाना जाता था। रायपुर में औसतन प्रतिदिन 50 हजार किलो चायपत्ती की बिक्री का अनुमान है।
आम लोगों में चाय के प्रति चाहत दीवानगी की हद तक देखा गया है। चाय के तलबगार कम नहीं है लेकिन नई पीढ़ी में चाय के प्रति लगाव जरूर कुछ कम हुआ है। भारत सरकार के टी बोर्ड के अनुसार नई पीढ़ी में चाय का चलन कम होना चिंता का विषय है । 24 साल से नीचे की उम्र के 60 फीसदी युवा चाय के स्थान पर सॉफ्ट ड्रिंक पीना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। चाय के प्रति कमी होती चाहत को देखते हुए टी बोर्ड ने अभियान शुरु किया है जिसका नाम है ï''चाय पियो - मस्त जियोÓÓ। भारत सरकार ने भी इस अभियान को प्रोत्साहित किया है। टी बोर्ड के अनुसार ही देश के करीब बीस करोड़ लोग प्रतिदिन औसतन दो कप चाय पीते हैं । इस हिसाब से भारतीय एक वर्ष में करीब 780 ग्राम चायपत्ती का उपयोग साल भर में करते हैं। वहीं देश में पैकेट चाय के मुकाबले खुली चायपत्ती भी ज्यादा बिकती है इसकी एक वजह इसकी कम कीमत भी होना है। इसको ध्यान में रखतेहुए टाटा टी ने खुली चायपत्ती के बाजार से प्रतिस्पर्धा करते हुए ब्रांडेड और पैकेट चाय में सबसे कीमत की चायपत्ती टाटा अग्नि को 250 ग्राम पैकिंग में 30 रुपए में बाजार में उतारा और हिन्दुस्तान लीवर को पछाड़ दिया।
लगभग आधी कीमत के इस अग्निब्रांड ने हिन्दुस्तान ब्रुकब्रांड के 18 फीसदी मार्केट शेयर को पीछे करते हुए 19.2 फीसदी बाजार में कब्जा कर इतिहास रच दिया है। छत्तीसगढ़ चाय व्यापारी संघ के अध्यक्ष कमल देसाई के अनुसार राज्य के कई चाय व्यापारियों के क्वालिटी को ध्यान में रखते हुए डब्बाबंद पैकिंग में चाय प्रस्तुत की है और कई ब्रांड सफल भी रहे हैं । चाय विक्रेता विजय जैन के अनुसार फैमली स्पेशल, अमृत, राजश्री, ऐलेन, कोनार्क, रेड सूर्या, सवेरा, नंबर वन, लक्ष्मण श्री और जेके ब्रांड चायपत्ती की खासी मांग है।
किस्म-किस्म की चायपत्ती : बाजार में चायपत्ती की तरह-तरह की किस्म है। टाटा टी ही चाय ब्रांडनेम, टाटा गोल्ड, अग्नि, प्रीमीयम, लाइफ के अलावा ग्रीनटी और ऑर्थोडाक्स टी के साथ ही टेटली टी बैग में लेमन, जिंजर मसाला और इलायची का फ्लैवर उपलब्ध करवाया है। 25 टी बैग का पैक 25 रुपए में और 100 टी बैग का 70 रुपये में उपलब्ध है तो ग्रीन टी प्रीमीयन और हनी लेमन के साथ दस टी बैग की कीमत 25 रुपए में उपलब्ध है तो ताजमहल 100 पास टी बैग 78 रुपए में बिकता है। टाटा के अलावा हिन्दुस्तान लीवर ब्रुकब्रांड का रेड लेबल, ताजा, ताजमहल भी लोगों की पहली पसंद है। इसके अलावा डंकस की डबल डायमंड, सरगम और गोदरेज, गुडरिक और एवरेड्डी ग्रुप की तेज और जागो भी बाजार में प्रचलित है।
मोटी और बारीक चायपत्ती के भेद : ï'कड़के करारे दोनों के साथ हर प्याले में भर दे एक जोशीला स्वाद । इसके हर घूंट में मिले जबर्दस्त ताजगी की आप उत्साह से भर जाए तो पीजिए ब्रुकब्रांड ताजा और उत्साहित मन से बनाइए आपकी हर कोशिश कामयाब।Ó यह लाइन ब्रुकब्रांड ताजा चायपत्ती के पैक में लिखी गई है। ज्यादातर डब्बाबंद चाय पैकेट में दानेदार चाय होती है। घरों में ज्यादातर मोटी चायपत्ती पसंद की जाती है तो होटल, ढाबों, ठेलों में बारीकग चायपत्ती पसंद की जाती है। इसकी वजह यह है कि बारीक चायपत्ती जल्दी ही गर्म पानी में रंगत दे देती है। दानेदार चाय में फ्लैवर ज्यादा होता है और इससे एक दो उबाल देने के बाद कुछ देर के बाद पेश किया जाए तो फ्लैवर का आनंद लिया जा सकता है।
स्वास्थ्यवर्धक भी है चाय
चाय के प्रति आम धारणा है कि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है । इस भ्रांति को तोडऩे के लिए टी बोर्ड ने कई अनुसंधानों के हवालों से पुस्तिका प्रकाशित करवाई है जिसमें अमेरिका हैल्थ फाउडेंशन के डॉ. जान वाईस बर्गर के हवाले से बताया गया है कि चाय में विशेष एंटी-ऑक्सीडेण्टस के साथ-साथ स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले कई तत्व मौजूद होते हैं जो दिल की बीमारी, दिल का दौरा और मुंह, पैनीक्री, ऑरिक व प्रोस्ट्रेट जैसे कई प्रकार के कैंसर को कम करते हैं।
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